लगातार धरमजयगढ़ क्षेत्र ने बॉयलर मुर्गी का पालन बर्ड फ्लू को कही ना दे न्योता


धरमजयगढ़ पशु विभाग को भी बर्ड फ़्लू मामले को गंभीरता से लेते हुए फ़ार्मों को जांच करने की जरूरत
धरमजयगढ़ :- रायगढ़ जिले में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए है शुक्रवार को पोल्ट्री फार्म की 5 हजार मुर्गियां, 12 हजार चूजे और 17 हजार अंडे नष्ट किए गए। बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए रेपिड रिस्पॉन्स टीम बनाई गई है। साथ ही CM विष्णु देव साय ने सभी कलेक्टर्स को कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए हैं। पक्षियों को संक्रमित करने वाले इन्फ्लूएंजा वायरस मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं इस प्रकार का फ्लू अक्सर बीमार पक्षियों के संपर्क में आने से होता है। बर्ड फ्लू यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है, इसके लक्षण दो से आठ दिनों के भीतर पता चलता है यह सामान्य फ्लू की तरह ही लगता है. इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, गले में खराश, आदि परेशनी होते है।

आपको बतादे कि जिस रफ़्तार से धरमजयगढ़ में ब्राइलर मुर्गीयों का पालन के साथ साथ बिक्री हो रही है उसे देखते हुए ऐसा साफ-साफ दिखाई पड़ रहा की अगर अभी से एहतियात नहीं बरती गई तब यहां भी अचानक बहुत सारे लोंग इसका शिकार हो सकते है। क्युकी धरमजयगढ़ एक ऐसा क्षेत्र हैं जहाँ सैकड़ों की संख्या में मुर्गा फार्म है और यहां से ब्राइलर चिकन को अन्य शहरों में भी भेजा जाता है। इससे आप समझ सकते हैं कि यहां कितने बड़े पैमाने पर ब्राइलर चिकेन का व्यापार किया जाता है। अगर समय रहते एहतियात करते हुए कुछ दिन अगर मुर्गे और अंडे से परहेज किया जाए तब इस संक्रमण बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
अंकित गुप्ता (फूड एंड सेफ्टी ऑफिसर रायगढ़) :- बर्ड फ्लू का असर 10 किलो मीटर के रेंज में रहता है अगर धरमजयगढ़ में भी ज्यादा मुर्गी के पालन होते है तो आप वहां पशु चिकित्सक अधिकारी से जानकारी ले सकते है जांच के विषय में।