चुनाव हारने के बाद बौखलाए सरपंच प्रत्याशी के ससुर ने ग्रामीणों को क्या कह डाला

धरमजयगढ। ग्राम पंचायत सागरपुर में हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनावों के नतीजे आने के बाद हारने वाले सरपंच प्रत्याशी उदबासो बाई के ससुर सुरीत राठिया का आचरण चर्चा का विषय बन गया है। हार को स्वीकारने के बजाय उन्होंने ग्रामीणों को ही दोषी ठहराना शुरू कर दिया और सार्वजनिक रूप से गाली-गलौज व अभद्र भाषा का प्रयोग किया, जिससे गांव में तनाव का माहौल बन गया है।
चुनाव परिणाम आने के बाद बिगड़ा माहौल
बता दें,ग्राम पंचायत चुनाव में सरपंच प्रत्याशी उदबासो राठिया ने कड़ा मुकाबला किया, लेकिन वे अपने प्रतिद्वंद्वी से हार गए। वहीं हार के बाद प्रत्याशी के ससुर ने आपा खो बैठे और गांव के लोगों को जिम्मेदार ठहराने लगे। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कई ग्रामीणों को अपशब्द कहे और आरोप लगाया कि लोगों ने उनके साथ विश्वासघात किया है।
ग्रामीणों में रोष, प्रशासन से करेंगे शिकायत
और वहीं ग्रामीणों के अनुसार, चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है,और हर व्यक्ति को अपनी मर्जी से वोट देने का अधिकार है। लेकिन चुनाव हारने के बाद सुरीत राठिया का इस तरह का व्यवहार गांव के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ सकता है। कुछ ग्रामीणों ने उनकी इस हरकत की शिकायत स्थानीय प्रशासन से करने की बात कही है, और मामले में कार्रवाई की मांग भी करेंगे।
निष्कर्ष
यह घटना दर्शाती है कि चुनाव के नतीजे स्वीकार करना एक प्रत्याशी की लोकतांत्रिक परिपक्वता का संकेत होता है। अगर हारने वाले उम्मीदवार इस तरह का व्यवहार करने लगें, तो गांव के सामंजस्यपूर्ण माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। प्रशासन ने भी इस मामले पर कड़ी नजर रखी हुई है और यदि आवश्यकता पड़ी तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।