जांच में शासकीय भूमि पर टॉवर और बॉक्स पाया गया पर एक साल बाद भी कार्यवाही लंबित


धरमजयगढ़ :- धरमजयगढ़ राजस्व क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत नावापारा से बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां शासकीय भूमि पर टावर लगाकर लगभग 20 सालों से उसका किराया निजी व्यक्ति द्वारा वसूला जा रहा रहा है जिससे अब तक शासन को लाखों रुपये की राजस्व हानी पहुंच चुकी है।
वही मामले पर राजस्व निरिक्षण के प्रतिवेदन से साफ प्रतीत होता है कि भूमि शासकीय है जिसपर टावर लगाया गया है, वही सारे सबूत होने के बावजूद भी अब तक इस मामले पर शासन-प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रही है जिससे साफ पता चलता है कि इसमें निचे से लेकर ऊपर तक संलिप्तता हो सकती है। दिनांक 8 अप्रैल 2024 को इस सम्बन्ध मे प्रकरण दर्ज तो किया गया परन्तु कार्यवाही मात्र दिखावा रहा।
मामले की विस्तृत जानकारी इस प्रकार है कि राजस्व निरिक्षक एवं 6 पटवारियों की संयुक्त टीम द्वारा तहसीलदार की उपस्तिथि मे ग्रामवासियो के समक्ष ग्राम नवापारा मे शासकीय भूमि का सीमांकन किया गया जिसमें शासकीय भूमि मे मोबाईल टावर स्थित होना प्रमाणित हो गया जिसको मौका मे उपस्थित पटवारियो की टीम, राजस्व निरिक्षक, तहसीलदार आदि राजस्व अमला के द्वारा पंचनामा मे स्पष्ट रूप से उल्लेख भी किया गया की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किया गया है जो की राजस्व निरिक्षक के प्रतिवेदन मे भी स्पष्ट है की शासकीय भूमि पर टॉवर लगा होना पाया गया। प्रतिवेदन के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने से साफ पता चलता है कि राजस्व विभाग द्वारा इन अतिक्रमणकर्ताओ को पनाह दिया जा रहा।
आखिर क्यों नहीं हो रही रकम कि वसूली

ज़ब इस सम्बन्ध में सभी दस्तावेज सामने आ चुके हैं उसके बाद भी तब से लेकर आज तक रकम कि वसूली नहीं करना अपने आप में बहुत सवालों को जन्म देता है कि अखिर ऐसा क्या कारण है जो पटवारी प्रतिवेदन के बाद भी रकम वसूली की कार्यवाही नहीं की जा रही, अगर मामले की गंभीरता को देखते इस मामले पर विभाग उचित कार्यवाही करेगा तब यह समाज में बेजा कब्ज़ा करने वालों के लिए अच्छा सबब मिलेगा।