Latest News

सांपों का डेरा: रायगढ़ MCH में सांपों ने डाला डेरा, प्रसव पर पड़ा पहरा, ऑपरेशन थियेटर में 15-20 सांपों का तांडव, तीन दिन से डिलीवरी बंद, स्टाफ डर

मेंरायगढ़, रायगढ़ के मातृ-शिशु अस्पताल (MCH) में सांपों ने ऐसा साया जमाया कि ऑपरेशन थियेटर अब सांपों का अड्डा बन गया है। पिछले तीन दिनों में 15 से 20 सांपों के निकलने से हड़कंप मच गया, जिसके चलते प्रसव और सर्जरी पर ताला लग गया। गर्भवती महिलाओं को मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा जा रहा है, जबकि स्टाफ डर के साए में ड्यूटी कर रहा है।

MCH की इमारत जंगल और पहाड़ों की गोद में बसी है, जहां सांपों का आना-जाना कोई नई बात नहीं। लेकिन ऑपरेशन थियेटर में सांपों के बच्चे (सपोले) बार-बार रेंगते दिखे, जिसने सबको सकते में डाल दिया। डर का आलम यह है कि नर्सें हर कदम पर चौकन्नी रहती हैं, कहीं कोई सांप न फिसल आए। एक नर्स ने बताया, “हर पल आंखें चारों ओर घूमती हैं। सांपों का खौफ ऐसा कि ड्यूटी करना मुश्किल हो गया है।”

फोरेट की गंध, फिर भी बेकार : सांपों को भगाने के लिए ऑपरेशन थियेटर और आसपास फोरेट दवा का छिड़काव किया गया, लेकिन इसकी तीखी गंध ने स्टाफ का जीना मुहाल कर दिया। सांपों का आना बंद नहीं हुआ। कर्मचारियों ने सांपों के ठिकानों को खोजने की कोशिश की, पर कुछ हाथ नहीं लगा। आखिरकार, वॉश बेसिन की पाइपलाइन और छोटे-मोटे छेदों को बंद कर खिड़कियों पर ताले जड़ दिए गए।

प्रशासन का पसीना छूटा : सांपों की खबर ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल कुमार जगत को MCH के चक्कर लगाने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया, “ऑपरेशन थियेटर और आसपास के क्षेत्र में सांप निकल रहे हैं। तीन दिन से ओटी बंद है। अब तक 15-20 सांप पकड़े जा चुके हैं। स्नेक कैचरों ने दो सांप पकड़े, और फोरेट का छिड़काव भी किया गया। जल्द ही हालात काबू में होंगे, तब डिलीवरी शुरू होगी।” लेकिन सवाल यह है कि सांपों का यह सिलसिला कब थमेगा?

मरीजों का हाल बेहाल : प्रसव रुकने से गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन परेशान हैं। एक परिजन ने गुस्से में कहा, “अस्पताल में सांप घूम रहे हैं, और हमें दूसरे अस्पताल भेजा जा रहा है। यह कैसा सिस्टम है?” मरीजों का आरोप है कि अस्पताल की बदहाल सफाई और जंगल से सटी लोकेशन इस आफत की जड़ है।

लापरवाही या मजबूरी?

1000047658

: MCH की यह हालत प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इतने संवेदनशील अस्पताल में सांपों का प्रवेश कैसे हो रहा है? क्या जंगल से सटी इमारत को सुरक्षित करने के लिए कोई पहले से योजना नहीं थी? सामाजिक कार्यकर्ता राकेश वर्मा ने कहा, “यह शर्मनाक है। सरकार को तुरंत जांच कर सख्त कदम उठाने चाहिए।”*क्या है रास्ता?

: जिला प्रशासन ने सांपों के प्रवेश को रोकने के लिए विशेषज्ञों से सलाह लेना शुरू किया है। परिसर की गहन सफाई और इमारत में संरचनात्मक बदलाव के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन जब तक सांपों का आतंक खत्म नहीं होता, मरीजों और स्टाफ की बेचैनी बनी रहेगी।रायगढ़ MCH में सांपों का यह तांडव न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाता है, बल्कि प्रशासन को एक सबक भी देता है कि संवेदनशील जगहों की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button