बाकारुमा में कई वर्षों से चल रहा परल कोक का कारोबार

प्लांटों को जा रहे कोयला की रास्ते में खरीदी बिक्री
रायगढ़ :- धरमजयगढ़ के रैरुमा चौकी क्षेत्र अंतर्गत बाकारूमा में कई वर्षों से चल रहे परल कोक की अवैध खरीदी बिक्री पर अबतक नहीं लगा सके कोई भी जिम्मेदार लगाम, जिस वजह से धनबाद से ट्रकों में परल कोक लोड लेकर प्लांटों में जा रहे कोयला की रास्तों में हो रही चोरी।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रैरुमा चौकी से महज 500 मीटर की दूरी पर पत्थलगांव मुख्य मार्ग किनारे प्लांटों को जा रही परल कोक कोयला की ट्रकों से अवैध खरीदी बिक्री की जाती है आप देख सकते है तस्वीर के माध्यम से की किस तरह ट्रक के ऊपर ड्राइवर के साथ मिलकर बाउंड्री के अंदर बोरियो में परल कोक को भर रहे है मजदूर उसके बाद परल कोक को वही सस्ते दामों में बेचकर बचे कोक में पानी डालकर गिला कर दिया जाता है जिससे प्लांटों में जा रहे कोयला का वजन ना घटे इस प्रकार ट्रांसपोर्टरों और प्लांटों को चुना लगाया जा रहा, अबतक चोरी की कोयला खरीदी करने वालों पर प्रशासन की नजर ही नहीं पड़ी है जिस वजह से करीब 10 वर्षों से भी अधिक समय हो गया इनका व्यापार दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है।
आपको बतादे की कुछ दिन पूर्व डाहीडांड में परल कोक लोड 4 वाहनों को धरमजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और तहसीलदार द्वारा संदिग्ध गतिविधि देखते हुए जप्त कर रायगढ़ खनिज शाखा को सौंपा गया पर वही 10 वर्षों से बाकारूमा में मार्ग किनारे प्लांटों को जा रही परल कोक चोरी करने वालों को शायद अभयदान प्राप्त है जिस वजह से इनका व्यापार 10 वर्षों में घर से लेकर प्लाट तक पहुंच गया।
मनकुंवर सिदार (चौकी प्रभारी रैरूमा) बाकारूमा में परल कोक कोयला का मामला मेरे संज्ञान में आया है मै जाकर पहले जांच करती हूं ।