पैसा लेकर बनाया पीडीएस संचालक राशन कार्ड फिर किया 4 माह का राशन गबन, हुई शिकायत

आखिर क्या वजह जो अधिकारी पीडीएस संचालकों पर कार्यवाही करने से पीछे हटते नजर आ रहे
धरमजयगढ़ – रायगढ़ जिला का धरमजयगढ़ ब्लॉक जो कि पूरे राज्य में शासकीय राशन घोटाले मामले को लेकर अखबारों को सुर्खियां बटोर रहा है, मगर राशन घोटालेबाज संचालकों पर कार्यवाही की बात कहे तो जिम्मेदारों द्वारा बस खानापूर्ति का कार्य ही किया जा रहा है। लगातार राशन घोटाले के मामले गांव गांव से निकलकर धरमजयगढ़ ब्लॉक ऑफिस से लेकर रायगढ़ कलेक्टर ऑफिस तक पहुंचे है जिसपर कुछ शिकायत पर ही कार्यवाही दिखाकर अधिकारी अपनी पीठ थप-थापा ले रही है, जिससे भोले भाले ग्रामीणों का भरोसा प्रशासन के प्रति उठता नजर आ रहा है।

गुरुवार की दोपहर कुमा पंचायत से 60 से 70 ग्रामीण धरमजयगढ़ एसडीएम ऑफिस पहुंचकर कुमा पंचायत में राशन दुकान संचालित स्मलाई स्व सहायता समूह के वितरक सुकलाल राठिया के विरुद्ध गंभीर आरोप लगाते हुए राशन वितरण करने में भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत किया गया। शिकायत के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि सुकलाल राठिया उन्हें 35 किलो चावल की जगह 30 किलो चावल देता है वही विरोध करने पर उनके साथ अभद्र व्यवहार करता है वही ग्रामीण दूर दराज से राशन लेने पैदल जाते है तो आज नहीं कल राशन दूंगा करके राशन नहीं देने का बहाना बनाया जाता है ज्यादातर सुकलाल राठिया चावल और एक किलो नमक ही देता है शक्कर और चना कुछ ही हितग्राही को देता है और अगर चना शक्कर की मांग करते है तो नहीं है बोलकर उल्टा फटकार लगाता है, जिसकी शिकायत पर धरमजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धनराज मरकाम में तत्काल खाद्य निरक्षक को जांच के आदेश दिए।
दो – दो हजार रुपए लेकर नया राशन कार्ड बनाने का लगाया आरोप
कुमा पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि राशन वितरक सूकलाल राठिया नए राशन कार्ड बनाने के लिए पहले राशन कार्ड से नाम काटने के लिए 200 रुपए की मांग की फिर दो – दो हजार रुपए अलग से लेकर नया राशन कार्ड जनवरी 2025 में बनाकर दिया पर आज 4 माह बीत जाने के बाद भी नए राशकार्ड बनाए हितग्राहियों को राशन नहीं मिल सका वही ऑफलाइन राशन दुकान होने का फायदा उठाते हुए वितरक सुकलाल राठिया द्वारा सभी नए कार्ड बनाए हितग्राहियों का राशन को खुद हड़प लिया गया जब राशनकार्ड लेकर नए राशन कार्ड हितग्राहियों द्वारा धरमजयगढ़ खाद्य निरक्षक के पास पहुंचे तब ऑनलाइन चेक करने के बाद इसका खुलासा हुआ।
अधिकारी अब धीरे धीरे कार्यवाही करने से पीछे हटते नजर आ रहे आखिर क्यू
शिकायत के शुरुआती दौर में राशन घोटाले के मामले में अधिकारियों ने दिलचस्पी दिखाते हुए कई दुकानों को निलंबन किया, निविदाएं निकाले गए, घोटालेबाजों पर एफआईआर दर्ज कर जेल दाखिल भी किया गया अब धीरे धीरे देखा जा रहा है कि जिम्मेदार अधिकारी घोटालेबाज संचालकों पर कार्यवाही करने से पीछे हटते नजर आ रहे है जो की कई तरह का संदेह को जाहिर कर रहा है। जिससे मानो लग रहा है कि कही अधिकारियों के संबंध राशन दुकान संचालकों से आपसी मजबूत बन गए होंगे जिससे शायद अब घोटालेबाज राशन दुकान संचालकों का शिकायत के बाद भी अबतक कार्यवाही नहीं होने से निश्चिंत होकर घूम रहे है।
कहीं राजनीतिक दबाव तो नहीं कार्यवाही नहीं करने को लेकर
घोटालेबाज राशन दुकान संचालकों की शिकायत के बाद कार्यवाही तो हुई अब धीरे धीरे कारवाही की गति थम सी गई है जो चर्चा का विषय बना हुआ है नाम नहीं लिखने के शर्त पर बताया कि धरमजयगढ़ में कई ऐसे राशन दुकान संचालित है जो राज्य में जिसकी भी सरकार हो उनके साथ कंधे से कंधे मिलाकर चलते है। वही राज्य सरकार का छवि खराब ना हो इसलिए घोटालेबाज दुकान संचालकों पर कार्यवाही ना हो करके स्थानीय राजनीति सक्रिय हो जाती है और अधिकारियों पर दबाव बनाई जा रही है जिससे गरीब हितग्राहियों का लगातार शोषण होने के बाद भी कार्यवाही नहीं हो रहा।
सुधारानी चौहान (खाद्य निरक्षक कापू) :- कुमा पंचायत में हितग्राहियों को राशन नहीं मिल रहा है वही रुपए लेकर नया राशनकार्ड बनाने का शिकायत आया है ग्रामीणों की शिकायत पर हमारे द्वारा बयान ले लिया गया है जांच में बाद ग्रामीणों की शिकायत अगर सही पाई जाती है तो कार्यवाही किया जाएगा।
अरुणधर दीवान (बीजेपी जिलाध्यक्ष रायगढ़) :- भारतीय जनता पार्टी की जो सरकार है उसका पहला उद्देश्य आमआदमी को किसी भी प्रकार का परेशानी ना हो, राशन दुकानदार कोई भी चला रहा हो चाहे वो भाजपा का हो या कांग्रेस का अगर ग्रामीणों को राशन नहीं मिल रहा है तो, सबपर कार्यवाही होगी। धरमजयगढ़ से राशन घोटाला का लगातार शिकायत आ रहा है किसी को भी बचाया नहीं जाएगा।